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किताब

क्या आप को मालूम है दुनिया की पहली किताब या कहे धर्मग्रन्थ ऋग्वेद है जो भोज पत्र पे लिखा गया था और उसकी प्रति पुणे में फ़िलहाल भंडारकर ओरिएंटल रिसर्च इंस्टिट्यूट में रखी हुई है
सबसे पहले मानव पत्थरों में उकेर के लिखता था और लेखन का सबसे पहले प्रमाणित सूचना आती है प्राचीन सुमेर से वहाँ कृषि के लेन देन और अनुबंधों के दस्तावेज़ो को संभलने के लिए किया गया था फिर यह फैलते फैलते इसका उपयोग वित्त , धर्म ,सरकार , क़ानून आदि अन्य विषयों को अपने ऊपर आश्रित कर लिया

यह एक पूरा विशाल चक्र है जिससे किताबें गुज़री है आज जो हम किताबों का स्वरूप देख रहे है वो इतने सारे बदलावो के बाद हम तक पहुँची है ।

किताबों का अर्थ हो सिर्फ़ और सिर्फ शुद्ध ज्ञान का विस्तार प्रचार चाहे वो विज्ञान हो चिकित्सा हो सामाजिक हो आर्थिक हो शैक्षिक हो या प्रेरणादायक हो कला से जुड़ी हो आध्यात्मिक ज्ञान धार्मिक ज्ञान की हो वहीं सच्ची और अच्छी जिनमे लेश मात्र भी लाग लपेट ना हो और प्रामाणिक हो तभी वो आपने श्रोता से न्याय कर सकेंगी और सच्ची बातों और ज्ञान का प्रचार हो सकेगा तब अच्छे शिक्षक बन सकेंगे और इस ज्ञान का प्रचार प्रसार में सहायक बन पायेंगे ।

किसी देश की जैसी किताबें प्रारंभिक शिक्षा , माध्यमिक शिक्षा या उच्च शिक्षा में होंगी वेसे ही वहाँ के लोगो का माँग , सोच और व्यक्तित्व होगा ये सत्य है ।

मैं इस लेख के माध्यम से कहना चाहूँगा जो मुझे बहुत दिल से लगता है कि आक्रांताओं द्वारा देश और हमारी शिक्षा को नुक़सान पहुँचाया गया चाहे वो नालंदा विश्वविद्यालय को आग लगाकर इतनी बेशक़ीमती ज्ञान की पुस्तकें जल कर राख हो गई जिसकी क्षतिपूर्ति कभी नहीं हो सकती या फिर अंग्रेज बहुत ही चालाक थे उन्होंने भारत देश की पीढ़ी को बर्बाद करने के लिए हमारी शिक्षा प्रणाली जो की गुरुकुल माध्यम की थी उसको पलट दिया और अंग्रेज़ी भाषा को बढ़ावा देने का माध्यम से लार्ड मेकले की शिक्षा नीतियों के आधार से कितावों का निर्माण किया और उनकी नीति इस प्रकार बनाई गई जिसने भारतीय व्यक्ति ग़ुलाम ( नौकरी माँगने वाला ) बने ज़्यादा सोच न सके और हमेशा ग़ुलामों की तरह सोचे जिसका भुगतान हम आज तक भोग रहे है बच्चे पढ़ते है अंक अर्जित करना उसका उद्देश्य चाहे सामाजिक ज्ञान शून्य हो उनका दिमाग़ सरकार से नौकरी माँगता है इसमें उनकी गलती नहीं है यह होता है किसी सभ्यता को नष्ट करने का तरीक़ा तो यह ताक़त है किताबों की ।

मेरा कहना है हम् सब को मिलकर निरंतर शोध कर अच्छी पुस्तकें और हो वो सस्ती किताबे जो व्यक्ति के ज्ञान और उसके विकास में सहायक हो करमबद्ध तरीक़े से हमारी आने वाली नस्लों को पढ़ने के लिए मिले हर विषय में हर क्षेत्र जिससे उनका सर्वांगीण विकास हो और देश का विकास हो।
किताब या कहे पुस्तक देश को व्यक्ति को बना सकती है या उसकी हस्ती मिटा सकती है ।
तो बड़ी ही जागरूकता से अपने पठन के लिए पुस्तकों का चुनाव करे और सरकार देश के शिक्षाविद और प्रभुद्ध वर्ग से हम सब मिलकर माँगे की एक उज्वल शिक्षा नीति और पुस्तकें वो जो देश और व्यक्ति के विकास में अच्छी किताबों का प्रचार प्रसार करे ताकि भविष्य का भारत खूब तरक़्क़ी करे उसका भविष्य उज्जवल हो।

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नया विचार

एक समय जब मेरे मस्तिष्क में जैसे ही कोई नया विचार आता था , उसे मैं फटाक से लिख देता था, अपने सिरहाने के पास ही मैं अपनी डायरी ओर पेन लेकर सोता था , चाहे वो विचार रात को सोते हुए 2 बजे ही क्यू ना आया हो मेरे दिमाग में लेकिन वो विचार लिखना मुझे बहुत जरूरी लगता था, क्युकी वह एक विचार कब कितना बड़ा हो जाए , उस विचार का क्या कारण है? मेरे मस्तिष्क में आने वाले विचार को बस इसी वजह से मैं उस विचार को लिख लेता था।

सिर्फ इसी वजह से उन सभी विचारों को लिखते लिखते वह विचार आज हजारों की संख्या में हो चुके है, और आज भी मैं उन सभी विचारों पर थोड़ा थोड़ा काम करता रहता हूँ, उनको ओर बड़ा करने की कोशिश में लगा रहता हूँ , मैं उन सकारात्मक विचारों को लिख चुका हूँ और उन्ही विचारों के कारण मेरे जीवन में बहुत बदलाव भी आए है, क्युकी उन विचारों को मैंने अपने जीवन का हिस्सा बना लिया था।

ओर उन सभी विचारों से मेरे जीवन में जो परिवर्तन हो रहा था, मैं उन सभी परिवर्तनों को अपने भीतर महसूस कर रहा था, मेरे जीवन की गति में भी परिवर्तन दिख रहा था जिस वजह से मैं हमेशा खुद को बेहतर जीवन की ओर बढ़त हुआ देखता था, मेरा जीवन के प्रति नजरिया बड़ा होता जा रहा था , मेरे भीतर जो सवाल आ रहे थे उन सवालों के जवाब भी मैं ढूंढ प रहा था।

बचपन में मैंने एक किताब पढ़ी थी जिसका नाम पावर ऑफ पाज़िटिव थिंकिंग है यह किताब आज भी बहुत चर्चित किताबों में से एक है यही वह किताब है जिसकी वजह से मैंने उन सभी विचारों को जोड़ना शुरू कर दिया जो मुझे पाज़िटिव एनर्जी देते थे, मैं भागवत गीता का भी पाठ नियमित रूप से करता था और अपने विचारों को दृढ़ कारणए की कोशिश करता था।

सोचने वाली बात यह की हमारे मस्तिष्क में एक दिन में लगभग 60 हजार विचार आते है लेकिन उसमे से कितने विचार सकारात्मक ओर जीवन में उतारने के लिए लायक होते है, तथा उन विचारों पर कार्य कर सके ऐसे कितने विचार होते है, कोई विचार नया विचार तो कोई पुराना विचार होता है जो हमारे मस्तिष्क में काफी समय से चल रहा होता है।

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सुकून की जिंदगी

मैं कभी काम के पीछे इतना नहीं भागा बस जो काम करना अच्छा लगता था वही किया ओर जितना करना चाहता था उतना ही करता था, समय के बाद काम को कभी महत्व नहीं दिया, घर आने के बाद फिर बस काम नहीं करता था, ओर ना ही काम की बाते क्युकी मझे हर समय काम की बाते करना पसंद नहीं था, मैं जो भी काम करता था घर से निकलने के बाद ही करता था, घर पर नहीं, दुकान का बचा हुआ काम भी घर नहीं लाता था, बस सुकून की जिंदगी हो ओर आराम से जीउ बहुत भागा दौड़ी भरी जिंदगी का मुझे कोई लाभ नहीं दिखता, हर समय काम के पीछे लगे रहने से भी क्या लाभ है।  

जितना भी कमा लो लेकिन एक दिन तो मौत की आगोश में सो ही जाना है, जब सब कुछ छूट ही जाएगा फिर क्यू इतना सब कमाना, क्यू इतनी मेहनत करनी उन कार्यों के लिए, क्यू इतना सब कुछ जोड़ना यही सब सोचकर मैं रुक जाता हूँ ओर आराम से बैठ जाता हूँ, यदि मुझे कुछ करना होगा तो मैं ध्यान, जप करूंगा स्वयं का जीवन शांति से व्यतीत करूंगा, इस सांसारिक जीवन की भागा दौड़ में नहीं व्यतीत करूंगा, कुछ बनकर भी क्या होगा? यदि कोई बड़ी पहचान नहीं होगी तो क्या जीवन अच्छा नहीं चलेगा, कितनी ही बड़ी पदवी पर बैठ जाओ लेकिन उसका कोई अर्थ नहीं होता जब तक आपके मन में शांति- सुकून नहीं है, यदि सुकून की जिंदगी नहीं फिर क्या अर्थ इस जीवन का

बहुत सारे लोग ऐसा भी कहते है की यह सोच उनकी होती है जो काम नहीं करना चाहते लेकिन उस सोच का क्या जो ये कहते है, की इंसान की औकात उनके जूतों से पता चलती है, यह बात भी किसी जूते बेचने वाले या बनाने वाले ने ही कही होगी, यह शब्द आज हर दिल को ठेस करते है

यदि कोई व्यक्ति देखता है की उसके जूते बेकार है, अब उसे जूते बदलने चाहिए, इसलिए आजकल जूतों पर लोग अधिक मूल्य खर्च करते है, ताकि उसे ऐसा न लगे की वह किसी से कम है, उसके हृदय पर चोट लगी उसे आहात कर गई यह बात की जूतों से उसकी पहचान होती है, इसलिए अब ज्यादातर लोग जूतों पर खर्च करने लगे है, लेकिन वही दूसरी तरफ लोगों ने किताबों पर पैसा खर्चना कम कर दिया की बार ऐसा लगता है की उन्होंने किताबों पर पैसा खर्चना अब बिल्कुल बंद ही कर दिया है।

किताब यदि 300 रुपये की है तो उसको बोलते है कितने की दोगे कम कार्लो, इसकी इतनी कीमत नहीं है, लेकिन यही बात जूतों के लिए नहीं बोलते लोग, जूते की कीमत चाहे 4000 रुपये हो वो लेकर चल देते है, क्युकी यह उनको जूतों में अपनी औकात दिखती है, लेकिन किताबों में बुद्धि, ज्ञान, स्वभाव में परिवर्तन, सफलता, जीने का तरीका, जिम्मेदारी, अनुभव, आदते, बहुत सारी बाते जो उसे सिर्फ कुछ रुपयों में सीखने को मिलती है।

लेकिन आज का व्यक्ति इन सब बातों को भूलकर जूतों की ओर आकर्षित हो जाता है, ओर किताबों को भूल जाता है, अब शोरूम में जूते दिखते है ओर पटरी पर किताबे दिखती है, जो लोगों को कोड़ियों के दाम में चाहिए। इससे यही स्पष्ट होता है की आप अपने अनुसार उन शब्दों को ढूंढ लेते हो जो आपके हित में हो। जिन शब्दों से आपको कोई लाभ होता है उस प्रकार के शब्दों को ढूँढना ही आपका कार्य है, आप अपने चातुर्य को बढ़ाना चाहते हो, आप किसी से हारना नहीं चाहते यह तुम्हारा अहंकार है, ओर कुछ नहीं।

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दुनिया एक किताब

दुनिया एक किताब ….
दिलचस्प उसका हिसाब ।
मुश्किल दुनिया का हिसाब….
जो भी समझ आये करते जाये जनाब ।

इस किताब के अनेक अध्याय….
समझ के कदम दर कदम चलते जाये ।
इसके अध्याय हमे बांचते शिक्षा…
होती तय समय पे निरंतर परीक्षा ।

परीक्षा में सदा बनाये रखे समता…..
ख़ुशियों का संवर्धन बढ़े क्षमता ।
दुनिया एक किताब…..
इसका रखिए सही हिसाब ।

दुनिया एक किताब है हकीकत का,
हर पन्ना छिपा है रहस्य से भरा।
जीवन की कहानियाँ इसमें बसी हैं,
हर अक्षर एक अनमोल उपहार से भरा।

मुश्किल दुनिया का हिसाब नहीं आसान,
हर कठिनाई देती है सबका सामर्थ्य परीक्षण।
पर जो भी समझ आये, वही आगे बढ़ता है,
जनहित का मार्ग धुंधला नहीं होता संघर्ष से भरा।

हर चरित्र, हर विचार इसमें लिपटे हैं,
सबका अपना अद्भुत प्रकट हिस्सा है।
समय की लहरों में यहाँ उभरते हैं कविताएं,
जो जीवन को स्पर्श करती हैं सुंदरता से भरा।

इस किताब के पन्नों पर जगत की छवि दिखती है,
जीवन की अद्भुत कहानियाँ इसे रंगी हैं।
हर प्रश्न का उत्तर यहाँ छिपा है,
समझने की इच्छा से जीवन में उड़ान भरा।

अपनी आंखों से इसे पढ़ो जनाब,
जीवन की सच्चाई यहाँ लिपटी है।
ज्ञान की अमर पुस्तक यही है,
जो सबको प्रेरित करती है, विचारों से भरा।

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क्या करता हूँ मैं

क्या करता हूँ मैं दिन भर ? वैसे तो मैं कुछ नहीं बस अगर सच बताऊ तो सिर्फ लिखने की कोशिश करता हूँ, ओर जो मन में आता है वही अब लिखता हूँ, चाहे मैंने कितना ही सोच रखा हो दिमाग में लेकिन वो एक दम शब्दों को पन्नों पर नहीं उतार पाता है।

इसलिए घंटों बैठ जाता हूँ खुद के साथ अकेले में ताकि मैं कुछ कुछ लिखू जो विचार आ रहे है उन शब्दों में उतार सकु, बस यही एक वो जरिया है , जिसकी वजह से मुझे बहुत शांति मिलती है , लगता है भीतर बहुत कुछ भरा हुआ जिसे बाहर निकाल देना है।

इसलिए मैं अपने लैपटॉप के सामने बैठ जाता हूँ ओर गूगल कीप जिसमे मैं लिखता हूँ, उसको खोल लेता हूँ, जैसे ही कोई विचार मेरे मन में आता है मैं उसे लिख लेता हूँ, यही मैं पहले भी करता था, तब मैं अपनी छोटी सी नोटबुक ओर पेन लेकर बैठ जाता था।

किस तरह से मैं लिखता था उस समय: अपने मस्तिष्क के विचारों पर गौर किया करता था की मेरे दिमाग में चल क्या रहा है? मैं सोच क्या रहा हूँ? असल मैं नहीं, मेरा दिमाग सोचा करता था बस उस दिमाग को मैं देखता था।

मैं आपको बताता हूँ, वो शुरुआत कैसे हुई जब मुझे घंटों बैठना पड़ता था, सिर्फ एक विचार के लिए , सिर्फ कुछ शब्दों के लिए की मैं लिख पाउ उन विचारों को पन्नों पर उतार मैं सकु बस इसलिए तब भी घंटों कॉफी होम में बैठता था। क्युकी एक एक विचार बहुत देर में आता था।

वो विचार जो ब्रह्मांड से आते थे , जो मुझे प्रकृति से जोड़ते थे , एक संबंध स्थापित करते थे , उन शब्दों को मैं सुनता ओर लिखता था , मुझे कुछ नहीं पता बस मैं लिख लेता था, जैसे मैं सवाल पूछ रहा हूँ ओर मेरे जवाब मुझे मिल जाते थे , कुछ बस सवाल ही बनकर भी रह जाते थे की इनका जवाब कुछ समय बाद मिलेगा अभी नहीं।

मैं हर रोज शिवाजी स्टेडियम के पास कॉफी होम है उधर जाता था, जिससे की आराम से बैठकर लिख सकु जो नया विचार आए उसको पकड़ सकु , उस समय मैं अपनी पुस्तक “कौन हूँ मैं” की शुरुआत पर था बस मन में यही विचार था ओर इसी किताब के इर्द गिर्द सभी प्रश्न ओर उत्तर बन रहे थे।

क्या करता हूँ मैं यह बात मैंने आपको बताई अब आप मुझे बताए की आप क्या करते है।

Rich Dad Poor Dad

Rich Dad Poor Dad” एक विश्वव्यापी बेस्टसेलर पुस्तक है जिसे रॉबर्ट कियोसाकी ने लिखा है, यह पुस्तक वित्तीय स्वतंत्रता, निवेश, और धन का उपयोग करने के बारे में बताती है। यह पुस्तक रॉबर्ट कियोसाकी के व्यक्तिगत अनुभवों और उनके दो पिताओं के सुझावों पर आधारित है, जो उन्हें फिनेंशियल फ्रीडम की ओर ले जाने में मदद करते थे।

इस पुस्तक में रॉबर्ट कियोसाकी दो विभिन्न पिताओं के बारे में बताते हैं – एक गरीब पिता जो नौकरी करता था और एक अमीर पिता जो निवेशक था, इस पुस्तक में रॉबर्ट कियोसाकी ने अपने अमीर पिता के सुझावों के आधार पर अमीरी के लिए कुछ महत्वपूर्ण नियमों को समझाया है। इस पुस्तक में वह बताते हैं, कि अमीर लोग अपने पैसे को कैसे निवेश करते हैं , और अपने धन को कैसे बचाते हैं, इस पुस्तक में रॉबर्ट कियोसाकी द्वारा दिए गए नियम आपको फिनेंशियल फ्रीडम हासिल करने में मदद कर सकते हैं।

रॉबर्ट कियोसाकी ने अपने व्यक्तिगत अनुभवों को एक कहानी के रूप में बताया है जो उनके दो पिताओं के जीवन और उनकी वित्तीय दृष्टिकोण को दर्शाती है, इस पुस्तक के जरिए रॉबर्ट कियोसाकी ने लोगों को फिनेंशियल फ्रीडम हासिल करने के लिए उन्हें धन का उपयोग करना सिखाया है।

Rich Dad Poor Dad
book review in hindi rich dad poor dad

इस किताब में कौन से नियम हैं जो फिनेंशियल फ्रीडम हासिल करने में मदद करते हैं?

“Rich Dad Poor Dad” पुस्तक में रॉबर्ट कियोसाकी ने कुछ महत्वपूर्ण नियम बताए हैं जो फिनेंशियल फ्रीडम हासिल करने में मदद करते हैं। ये नियम निम्नलिखित हैं:

अपनी असली आय को बढ़ावा दें: रॉबर्ट कियोसाकी ने बताया है कि अमीर लोग अपनी आय को बढ़ाने के लिए नई आय के स्रोत खोजते हैं वहीं गरीब लोग सिर्फ अपनी नौकरी या बिजनेस से ही आय कमाते हैं।

धन को बचाना सीखें: रॉबर्ट कियोसाकी ने बताया है, कि अमीर लोग अपने धन को बचाने के लिए समय पर बचत करते हैं। इसलिए, उन्हें अपने खर्चों को कम करने और धन को बचाने की आदत होती है।

निवेश की आदत बनाएं: रॉबर्ट कियोसाकी ने बताया है, कि अमीर लोग निवेश करने के लिए पैसे बचाते हैं, वे अपने पैसे को सावधानीपूर्वक निवेश करते हैं, ताकि उन्हें ज्यादा धन कमाने का मौका मिल सके।

वित्तीय शिक्षा प्राप्त करें: रॉबर्ट कियोसाकी ने बताया है, कि अमीर लोग वित्तीय शिक्षा प्राप्त करते हैं। वे अपनी वित्तीय जानकारी बढ़ाते हैं ताकि उन्हें सही निवेश को चुनने में मदद मिल सके।

इन नियमों को अपनाकर आप फिनेंशियल फ्रीडम और आर्थिक स्वतंत्रता हासिल कर सकते हैं।

रिच डैड पुअर डैड

10 बेहतरीन पुस्तक

10 बेहतरीन पुस्तक जो यहाँ मैं आपको बता रहा हूँ , जो आपकी जिंदगी में सकारात्मक बदलाव लाने में मदद कर सकती हैं, इन्हे पढिए ओर अपने जीवन में बदलाव लाए

“द मैजिक” द्वारा रोबिन शर्मा – आत्मविश्वास, सफलता और संतुलन की शक्ति पर एक अद्भुत पुस्तक।

“द फाइव लव लैंग्वेजेज आफ एपोलोजी” द्वारा जी पी मोरलैंड – अपने धर्म या विश्वास से संबंधित सवालों के जवाब खोजने के लिए एक अद्भुत पुस्तक।

“द लास्ट लेक्चर” द्वारा रैंडी पौश – एक मोटिवेशनल बुक जो जीवन के मूल्यों, सफलता और निर्णय लेने के बारे में बात करती है।

“द डेल कार्नेगी हाउ टू विन फ्रेंड्स एंड इंफ्लूएंस पीपल” द्वारा डेल कार्नेगी – समाज में व्यक्तित्व विकसित करने और अधिक संवाद करने के लिए संबंधों बनाने के लिए एक अद्भुत पुस्तक।

“द फाइव सेक्रेट्स यू मस्ट डिस्कवर बेफोर यू डाई” द्वारा जॉन इच्स – एक अद्भुत पुस्तक जो आपको जीवन में सफलता प्राप्त करने के लिए अनुशासन, निर्णय लेने की कला और स्व-विकास में मदद करती है।

“द अर्ट ऑफ़ हैपीनेस” द्वारा डलाई लामा – एक अद्भुत पुस्तक जो आपको खुश और संतुष्ट रहने की कला सिखाती है।

“द फाइव सीक्रेट्स ऑफ एक्स्ट्राओर्डिनरी लीडर्स” द्वारा जॉन मैक्सवेल – अग्रणी लोगों केविशेषताओं को समझने और अपने जीवन में लागू करने के लिए एक अद्भुत पुस्तक।

“द फार्स्ट 90 डेज्स” द्वारा माइकल वॉट्किन्स – एक सफल जीवन और करियर बनाने के लिए आवश्यक संगठन, निर्धारित लक्ष्य और समय प्रबंधन की तकनीकों को समझने के लिए एक अद्भुत पुस्तक।

“द फील गुड हैंडबुक” द्वारा डेविड हैपल – आपकी मानसिक स्थिति को बढ़ावा देने, स्वस्थ मनोवृत्ति को बनाए रखने और जीवन की सभी दिक्कतों से निपटने के लिए एक उपयोगी पुस्तक।

“द वर्क ऑफ लाइफ” द्वारा लिओ बाबौता – एक अद्भुत पुस्तक जो आपको अपने जीवन के उद्देश्य को समझने, अपने जीवन का अधिक महत्वपूर्ण हिस्सा को पहचानने और जीवन में सफलता प्राप्त करने के लिए मदद करती है।

यह हुई 10 बेहतरीन पुस्तक जो माइने आपको बताई कमेन्ट करके अवश्य बताए की आपने इनमे से कौनसी पुस्तक पढ़ी है।

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50 ऐसे विषय

50 ऐसे विषय जिन पर किताब लिख सके

अपने आप से प्रश्न पूछे
आपका रोजमर्रा का जीवन आपके रचनात्मक कार्य के लिए सामग्री की सोने की खान है। अपनी अगली पुस्तक का विचार जानने के लिए स्वयं से ये प्रश्न पूछें।

1. आप किन चुनौतियों का सामना कर रहे हैं?
आप कहां संघर्ष करते हैं, इसके बारे में अपनी कहानी बताने से अन्य लोगों को कम अकेलापन महसूस करने में मदद मिल सकती है। अपने व्यक्तिगत, पेशेवर या रचनात्मक जीवन में लक्ष्यों और बाधाओं के बारे में सोचें और आपने उनसे कैसे संपर्क किया।

2. आप अभी क्या सीख रहे हैं?
आप जिस भी चीज़ पर काम कर रहे हैं और जिस तरह से आप इसे सीख रहे हैं उसे साझा करें – चाहे वह रिश्तों, स्वास्थ्य प्रथाओं, कार्य कुशलताओं या एथलेटिक प्रतियोगिता के बारे में हो, अन्य लोगों को लाभ हो सकता है।

3. आपके दैनिक जीवन में क्या हो रहा है?
क्या आप एक बड़े परिवर्तन से गुज़र रहे हैं? क्या कोई साप्ताहिक दिनचर्या या वार्षिक उत्सव है जो आपके लिए कुछ मायने रखता है? इन बातों को नजरअंदाज न करें. कभी-कभी जिसका सबसे सार्वभौमिक अर्थ होता है वह वास्तव में सबसे विशिष्ट और व्यक्तिगत होता है।

अपने आसपास देखो
अपनी दुनिया और उसमें मौजूद लोगों के अन्वेषक बनें। प्रश्न पूछें। अवलोकन करें. यह जानने के लिए कि आपके सर्वोत्तम पुस्तक विचार कहाँ छिपे हैं, इन रास्तों पर जाएँ:

4. अपना पारिवारिक इतिहास संकलित करें
आपके परिवार में किसकी कहानी है जिसे बताने की ज़रूरत है? आपका परिवार (और आप!) कैसे ऐसे बने जैसे आप हैं? पारिवारिक इतिहास की किताब अपनी कहानी बताने का सबसे अच्छा तरीका है।

5. अपने गृहनगर के इतिहास का अन्वेषण करें
आपका शहर कैसे बना इसकी क्या कहानियाँ हैं? उन प्रसिद्ध लोगों को हाइलाइट करें जो आपके शहर को मानचित्र पर रखते हैं, या स्थानीय स्थलों के बारे में मज़ेदार तथ्य और आपके पसंदीदा स्थानों के लिए अंदरूनी युक्तियाँ शामिल करें।

6. अपना व्यक्तिगत इतिहास साझा करें
आपकी व्यक्तिगत मूल कहानी में प्रमुख कारक क्या थे? उन घटनाओं और रिश्तों पर विचार करें जिन्होंने आपको वह बनाया जो आप आज हैं।

7. किसी सार्थक कारण की ओर ध्यान आकर्षित करें
क्या आपने कोई स्वयंसेवी कार्य किया है जिससे आपकी समझ या परिप्रेक्ष्य गहरा हुआ हो? क्या आपके पास ऐसी कहानियाँ हैं कि कैसे आपके संगठन ने जीवन बदला और बदलाव लाया? शब्द को बाहर निकालो!

8. विशेष आयोजनों के बारे में बात करें
हो सकता है कि आप 30 से अधिक पर्ल जैम संगीत समारोहों में गए हों, और आपके पास उनमें से प्रत्येक के लिए निर्धारित सूची और स्मृति हो। हो सकता है कि आपने अपने विद्यालय में वक्ताओं की एक श्रृंखला की मेजबानी की हो। हो सकता है कि आपने किसी रैली में भाग लिया हो और बातचीत ने आपको प्रेरित किया हो।

9. अपनी यात्रा कहानियाँ साझा करें
अपने लेखन और सुदूर देशों की यात्रा के दौरान की गई खोजों से भरी एक यात्रा पुस्तिका तैयार करें, फिर उन्हें अपनी तस्वीरों के साथ संयोजित करें।

50 ऐसे विषय जिनमे आप अपने स्वयं के कहानीकार बनें
10. एक प्रयोग करके देखो
30, 60, या 90 दिनों के लिए कुछ करें और अपने अनुभव का दस्तावेजीकरण करें।

11. अपने पसंदीदा विषयों के पीछे की कहानी लिखें
आपकी पसंदीदा किताबें, एल्बम, गाने, फ़िल्में या पेंटिंग कौन सी हैं? एक रचनात्मक और प्रासंगिक पुस्तक तैयार करने के लिए इनमें से प्रत्येक का उपयोग कहानी आरंभक विचारों के रूप में करें।

12. अपनी सबसे बड़ी सफलता को उजागर करें
आपने यह लक्ष्य कैसे निर्धारित किया? आपकी उपलब्धियों के पीछे क्या कारण रहा और इस राह में किसने आपकी मदद की?

13. अपनी सबसे बड़ी विफलता को उजागर करें
आपने क्या सीखा? आप अन्य लोगों को भय, विफलता, या पुनर्प्राप्ति से निपटने और लचीला बनने में कैसे मदद कर सकते हैं?

14. कुछ महाकाव्य करें, फिर उसके बारे में लिखें
कैंसर अनुसंधान के लिए 2,00,000 रुपये जुटाना, एक बड़ी जीवन बाधा से निपटना, एक शिखर पर चढ़ना, भारत के सभी राज्यों का दौरा करना – यदि आपकी नजर एक किताब लिखने पर है, तो आप इन चीजों को अलग तरीके से करेंगे और सावधानीपूर्वक रिकॉर्ड रखेंगे। बताने के लिए एक कहानी की चाहत भी कुछ अविश्वसनीय रोमांचों को प्रेरित कर सकती है।

आरंभ करने के लिए एक गैर-काल्पनिक शैली चुनें
15. एक बड़े विचार वाली किताब लिखें
इस प्रकार की कहानियाँ एक नई अवधारणा, उपकरण या सीख पर ध्यान केंद्रित करती हैं जो लोगों के प्यार करने, काम करने और जीने के तरीके को बदल देगी। अन्य लोगों को एक बड़ी बात सिखाएं जो आप जानते हैं।

16. एक सूची पुस्तिका बनाओ
जो सूचियाँ आप अपने लिए रखते हैं—जैसे आभार सूची या स्थानीय रेस्तरां की सूची—किसी और को प्रेरित और सूचित कर सकती हैं। अपनी एक सूची लें और इसे एक रचनात्मक पुस्तक बनाएं!

17. एक शैक्षिक फोटो बुक प्रकाशित करें
अपनी सबसे प्रभावशाली तस्वीरों को दिलचस्प कैप्शन या स्थानीय भूगोल, इतिहास, वनस्पतियों और जीवों की कहानियों के साथ जोड़ें।

18. पत्रों की एक शृंखला संकलित करें
यदि आप किसी ज्ञानवर्धक पत्राचार का हिस्सा रहे हैं (और इसमें शामिल दूसरा पक्ष भी अपनी कहानी साझा करने को इच्छुक है), तो अपने संवाद को एक पुस्तक में दर्ज करें।

19. एक साक्षात्कार पुस्तिका बनाएँ
अपने जीवन, समुदाय या पेशेवर क्षेत्र में प्रेरक व्यक्तियों के साक्षात्कार संकलित करें। पुस्तक को किसी विशेष विषय पर व्यवस्थित करें, या वार्तालापों को निबंधों की एक श्रृंखला में बदल दें जो लोगों के सोचने के तरीके को बदल दें।

आपके द्वारा पहले ही लिखी गई सामग्री पर विचार करें
हो सकता है कि आपने पहले ही कार्य का एक समूह बना लिया हो जो किसी पुस्तक के पन्ने भर सके, बस इसे संकलित, व्यवस्थित और स्वरूपित करने की आवश्यकता है। इन विचारों को एक साथ खींचने की प्रक्रिया नई सामग्री की एक और परियोजना को भी प्रेरित कर सकती है।

20. ब्लॉग पोस्ट की एक श्रृंखला प्रिंट करें
यदि आपने पहले ही दैनिक या साप्ताहिक लेख लिखने के लिए समय निकाल लिया है, तो आप अपने रास्ते पर हैं! हर जगह चल रहे एक सामान्य सूत्र या विषय की तलाश करें, अपनी पोस्ट को अध्यायों या अनुभागों में व्यवस्थित करें, और अपनी कहानियों को अगले स्तर पर ले जाएं – प्रिंट में।

21. पोस्टकार्ड की एक किताब बनाओ
घोंघा मेल की कला को हमेशा के लिए खोना नहीं है। आपको जो पोस्टकार्ड मिले हैं या जो आपके पास हैं, उनकी एक मजेदार, विचित्र या ज्ञानवर्धक कॉफी टेबल बुक बनाएं22. प्रेम पत्र प्रकाशित करें

22. प्रेम पत्रों को सार्वजनिक करना हर किसी के लिए नहीं है – लेकिन यदि आप और आपका प्रिय इस परियोजना के लिए सहमत हैं, तो आप कविताओं, कहानियों और प्रतिबिंबों की विशेषता वाले एक अद्वितीय सहयोग के साथ खुद को पा सकते हैं। आप रचनात्मक भी हो सकते हैं और उन लोगों, स्थानों, वस्तुओं या घटनाओं के लिए काल्पनिक प्रेम पत्रों की एक श्रृंखला लिख सकते हैं जिन्हें आप पसंद करते हैं।

23. अपनी जर्नल प्रविष्टियों को एक पुस्तक में बदलें
कलाकारों, लेखकों, फ़ोटोग्राफ़रों, यात्रियों और आत्मनिरीक्षण करने वाले व्यक्तियों के अनूठे जर्नल पेज अपने आप में एक आकर्षक शैली हैं। अपने व्यक्तिगत विचार साझा करने से सभी प्रकार के पाठकों को प्रेरणा मिल सकती है।

24. अपनी खुद की कुकबुक प्रकाशित करें
क्या आपके मित्र और परिवार आपकी पाक कृतियों का स्वाद लेने के लिए आपकी मेज के आसपास इकट्ठा होना पसंद करते हैं? क्या आप कुछ सामग्रियों, आहार संबंधी रुझानों, पारिवारिक परंपराओं, स्थानीय या अंतरराष्ट्रीय व्यंजनों से प्रेरित होकर खाने के शौकीन हैं? अपने पसंदीदा व्यंजन साझा करें.

अमेज़ॅन से नॉन-फिक्शन बेस्टसेलर श्रेणियां देखें
यहां कुछ संभावित पुस्तक-लेखन विचार दिए गए हैं जो उन श्रेणियों में आते हैं जो अमेज़ॅन की बेस्टसेलिंग नॉन-फिक्शन का प्रतिनिधित्व करते हैं। आकार के लिए इन्हें आज़माएँ:

50 ऐसे विषय में कुछ जीवनी और संस्मरण पुस्तक विचार


25. एक नया शहर घर बनाने का प्रयास करें
अधिकांश लोग किसी नई जगह पर स्थानांतरित होने की चुनौतियों को पहचान सकते हैं – चाहे वह कोई अलग शहर, राज्य या देश हो। अपने पाठकों को उस परिवर्तन के उतार-चढ़ाव से परिचित कराएं।

26. अपनी 25 सर्वश्रेष्ठ या सबसे खराब डेट कहानियां साझा करें
क्या आपके पास सभी सही (या गलत) जगहों पर प्यार ढूंढने का इतिहास है? बताना ज़रूर।

27. परिवार के किसी सदस्य की जीवनी लिखें
संभावना है, आपके परिवार में कम से कम एक व्यक्ति ऐसा होगा जिसके पास साझा करने के लिए अनोखी, प्रेरक या शक्तिशाली जीवन कहानी होगी। हो सकता है कि आपका कोई दूर का पूर्वज या जीवित रिश्तेदार हो जिसने एक आश्चर्यजनक यात्रा करने, कठिनाइयों को दूर करने, व्यक्तिगत सफलता पाने या दूसरों के लिए मार्ग प्रशस्त करने के लिए सभी बाधाओं को पार कर लिया हो।

50 ऐसे विषय में कुछ स्व-सहायता पुस्तक विचार


28. सहज भोजन के अनुभव का वर्णन करें
क्या आपने स्वस्थ भोजन और भोजन के प्रति अपने दृष्टिकोण में व्यक्तिगत प्रगति की है? सशक्तिकरण की अपनी कहानी शुरू से अंत तक साझा करें।

29. डेटिंग के लिए नए नियम खोजें
किसी लोकप्रिय विषय पर हल्का-फुल्का, दयालु या गंभीर दृष्टिकोण अपनाएँ। आपकी विशेषज्ञता के क्षेत्र के आधार पर, आप अनुसंधान, व्यक्तिगत उपाख्यान, अवलोकन या साक्षात्कार शामिल कर सकते हैं।

50 ऐसे विषय में कुछ धर्म और अध्यात्म पुस्तक विचार


30. एक प्रेरणादायक उपहार पुस्तक डिज़ाइन करें
एक प्रेरक पुस्तक बनाने के लिए अपने सभी पसंदीदा उद्धरण एकत्र करें और उन्हें फोटोग्राफी, चित्र या डिज़ाइन के साथ जोड़ें।

31. एक धार्मिक अध्ययन या भक्ति कार्यपुस्तिका प्रकाशित करें
उन दिव्य ज्ञान और परंपराओं को साझा करें जिन्हें आप सबसे अच्छी तरह जानते हैं, जिसमें व्यक्तिगत विकास के लिए क्लासिक शिक्षाएं और पाठ शामिल हैं।

32. एक धार्मिक संस्मरण लिखें
व्यक्तिगत घटनाओं, सीखों या परिवर्तनों के आधार पर एक संस्मरण बनाएँ जो आपको आपकी वर्तमान धार्मिक मान्यताओं तक ले गया।

50 ऐसे विषय में कुछ स्वास्थ्य, फिटनेस और पोषण पुस्तक विचार


33. भोजन में जीवन के 10 सबक देकर किसी को प्रेरित करें
हो सकता है कि आपने सीखा हो कि स्वस्थ वजन कैसे बनाए रखा जाए, या आपको पता चला कि आपकी थाली में खाना आपके मूड, नींद या समग्र स्वास्थ्य को कैसे प्रभावित करता है। अपनी सफलता को गुप्त न रखें!

34. किसी विशिष्ट आहार पर अपने 30 दिनों के अनुभव का सारांश प्रस्तुत करें
केटोजेनिक। रुक – रुक कर उपवास। कम चीनी। भूमध्यसागरीय। ग्लूटेन मुक्त। यदि आपने इसे आज़माया है, तो अब सब कुछ बताने का समय आ गया है।

35. व्यायाम कैसे करें इसका एक शोध सारांश संकलित करें
प्रशिक्षण युक्तियों, स्वास्थ्य तथ्यों और व्यायाम प्रेरणा के साथ एक गाइडबुक बनाने के लिए अपने वैज्ञानिक-मुलाकात-फिटनेस कौशल का उपयोग करें।

50 ऐसे विषय में से कुछ राजनीति और सामाजिक विज्ञान पुस्तक विचार


36. सार्वजनिक नीति, विचारधारा या राजनीति का अन्वेषण करें
आपके अंदर के वाद-विवाद प्रेमी के पास पहले से ही इन बड़े विषयों पर कहने के लिए बहुत कुछ है, इसलिए आप डेटा और अंतर्दृष्टि के साथ अपनी प्रेरक पुस्तक को जीवंत बनाते हैं।

37. राजनीतिक और सांस्कृतिक रुझानों का पूर्वानुमान लगाएं
इस प्रकार की पुस्तक के लिए शोध की आवश्यकता होती है – इसलिए इसे बताने के लिए एक सिद्ध विशेषज्ञ या भावुक पेशेवर के रूप में अपने अधिकार का उपयोग करें (या जैसा कि यह जल्द ही होगा)।

50 ऐसे विषय में कुछ कुकबुक, भोजन, और वाइन बुक विचार


38. पारिवारिक रेस्तरां से व्यंजन एकत्रित करें
खाना पकाने के प्रति प्रेम पैदा करें और अपनी विशेष रसोई परंपराओं, व्यंजनों और खाद्य फोटोग्राफी को उन दर्शकों के साथ साझा करें जो अधिक खाना चाहते हैं। (बस मूल शेफ से ‘ओके’ प्राप्त करना सुनिश्चित करें!)

39. फ़ोटो और समीक्षाओं के साथ स्थानीय वाइनरी के लिए एक गाइड प्रिंट करें
मालबेक या शिराज? मोसेटो या चेनिन ब्लैंक? बेहतरीन वाइन के प्रति अपने प्यार और ज्ञान को साझा करने के लिए आपको एक परिचारक बनने की ज़रूरत नहीं है।

40. खाना पकाने के बारे में आपने जो 10 बातें सीखीं, उन्हें समझाइए
आप उत्तम केक पकाने के बारे में क्या जानते हैं? दक्षिणी बारबेक्यू के लिए युक्तियाँ और तरकीबें मिलीं? जो आप जानते हैं उसे लिखें.

50 ऐसे विषय में कुछ बिजनेस और मनी बुक विचार
41. कर्ज से बाहर निकलने की अपनी कहानी बताएं
क्या आपने वित्तीय सबक कठिन तरीके से सीखा? सभी उम्र के लोग यह जानने के लिए उत्सुक हैं कि आपने यह कैसे किया।

42. किसी परियोजना के लिए निवेश सुरक्षित करने के बारे में लिखें
आपने अपनी तरह का पहला धन संचयन आयोजित किया या एक अनुदान लिखा जिससे दिन बच गया। हर जगह प्रोजेक्ट लीडरों को अपनी सर्वोत्तम धन सलाह प्रदान करें।

43. रचनात्मक कार्यों से जीविकोपार्जन कैसे करें, इस पर सुझाव दें
इसे अगली पीढ़ी के कलाकारों, लेखकों, फिल्म निर्माताओं और फोटोग्राफरों के लिए अपना उपहार समझें।

44. बड़ा व्यवसाय चलाने पर सलाह साझा करें
पैसा दुनिया को गोल बनाता है। एक सफल कंपनी के प्रबंधन का आपका रहस्य क्या है?

45. दिखाएँ कि आपने किसी स्टार्टअप की विफलता से क्या सीखा
बड़े सपने, कड़वी हकीकत. यदि आपको यह सब दोबारा करना पड़े, तो आप क्या जानना चाहेंगे?

50 ऐसे विषय में शिक्षा और शिक्षण पुस्तक विचार
46. आपके द्वारा डिज़ाइन किया गया कक्षा पाठ्यक्रम प्रकाशित करें
क्या आपने ऐसी पाठ इकाइयाँ बनाईं जो आपके विद्यार्थियों को बेहद पसंद आईं? किस प्रकार की परियोजना सामग्री सफल रही, और अन्य लोग उनका उपयोग कैसे कर सकते थे? एक कार्यपुस्तिका, ईबुक, या यहां तक कि एक पत्रिका बनाएं जो आपकी प्रक्रिया का विवरण दे।

50 ऐसे विषय में से कुछ शिल्प, शौक और घरेलू किताब के विचार


47. सार्थक फोटोग्राफी के लिए एक मार्गदर्शिका विकसित करें
आजकल हर कोई खुद को एक फोटोग्राफर मानता है, लेकिन शानदार तस्वीरें बनाने के लिए फिल्टर से कहीं ज्यादा कुछ है। उन्हें बताएं कि उन्हें क्या लक्ष्य रखना है.

48. एक निर्देशात्मक बुनाई या सिलाई गाइड बनाएं
यदि आप एक पेशेवर की तरह सिलाई कर सकते हैं, तो एक व्यावहारिक शिल्प पुस्तक में अपने प्रोजेक्ट टिप्स और विशेषज्ञता साझा करें।

49. एक इंटीरियर डिज़ाइन गाइड बुक बनाएं
अपने भारत देश के अलग अलग राज्यों के पहनावे ओर उनकी कलाओ के बारे में , अपनी स्टाइल सलाह और पसंदीदा रुझान साझा करके अपनी रचनात्मक प्रवृत्ति को प्रिंट करें।

50. लोगों को नया शौक सीखने के लिए प्रोत्साहित करें
वुडवर्किंग में शुरुआती परियोजनाएं। एक कमरा, बारह रास्ते, आभूषण निर्माण का परिचय, आपके रचनात्मक कौशल और प्रतिभाएँ उन लोगों के लिए अमूल्य हैं जो अभी शुरुआत कर रहे हैं, इसलिए आगे बढ़ें!

यहाँ हमने आपको 50 ऐसे विषय बताए जिन पर आप अपनी पुस्तक लिख सकते है, यदि आपको ब्लॉग अच्छा लगा तो कृपया कमेन्ट कर हमे प्रोत्साहित करे जिससे की हम आगे भी आपके लिए ओर बेहतर लिखने का प्रयास करते रहे।

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हिसाब किताब

कुछ हिसाब किताब अब भी बाकी है,
कुछ सवाल जवाब अब भी बाकी है।

ज़िन्दगी की ये लड़ाई हमेशा जारी है,
सफलता की राहों में अटके हमारे पैर।

कितने ही रास्ते हमने चुने,
कितनी बार हमने बदले मुड़ लिए।

मगर एक बार फिर से उठेंगे हम,
इन अटके पैरों को ज़मीन पे जमाएंगे हम।

हर सवाल का जवाब हमें मिलेगा,
हर मुश्किल में एक नया सीख मिलेगा।

क्या हम हार मानेंगे ज़िन्दगी से,
नहीं, हम फिर से लड़ जाएँगे ज़िन्दगी से।

कुछ हिसाब किताब अब भी बाकी है,
कुछ सवाल जवाब अब भी बाकी है।

लेकिन हम नहीं हारेंगे इस लड़ाई से,
हम जीतेंगे, और जीतेंगे हम सबको साथ लेके।

क्या अब लोग पढ़ते है?

यह किताब की दुकान इतनी बड़ी “आजकल कौन पढ़ता है ” या आजकल भी लोग पढ़ते है क्या? लोगों की सोच को क्या हो गया है यह बात समझ से बारे हो जाती है ब कुछ लोग ऐसे प्रश्न पूछते है की आप पढ़कर करोगे क्या ? कितना कमाओगे ? इतना तो मैं इसी काम से कमा लेता हूँ फिर पढ़कर क्या करना और क्यों पढ़ना फिर इतना

जब इस प्रकार के प्रश्न मन में आने लग जाते है तब पढ़ाई से रुझान हट जाता है यदि आप आजकल की पीढ़ी को सिर्फ यही समझाओ की पढ़ाई करके तुम्हें पैसा कमाना है बस ओर कुछ नहीं करना जिस काम में ज्यादा पैसा मिले वही करना है बस ओर कुछ यदि इसी प्रकार के विचार आप इस पीढ़ी में डालेंगे तो फिर वह उसी प्रकार की सोच को विकसित करेंगे इसके विपरित फिर कुछ कैसे आएगा?

इस जमाने में ज्यादा लोग पढ़ने चाहिए या कम यह बात मुझे समझ नहीं आती कई बार यह प्रश्न बाद विचित्र सा लगता है की लोग पढ़ते है क्या ? क्यू पढ़ते है ? आजकल कौन पढ़ता है , क्या इतनी किताबे बिकती है? यह प्रश्न बड़े अजीब है

लोगों का ध्यान कपड़े ओर जूते की खरीदारी में ज्यादा है लेकिन किताबों में नहीं, लग अलग तरह ए जूते तो खरीदने है लेकिन किताबे नहीं पैर अच्छे दिखने चाहिए लेकिन दिमाग बढ़े या नहीं इस बात से कोई लेना देना नहीं है शरीर अच्छा दिखना चाहिए , बाल अच्छे लगने चाहिए , कही मेरे बाल तो नहीं ऊढ़ रहे है इस बात पर ध्यान है लेकिन बुद्धि में कोई फरक आया इस बात में कोई ध्यान नहीं है,

आजकल तो बहुत अच्छी अच्छी किताबे पढ़ने को मिल जाती है ओर आप उनसे बहुत कुछ सिख सकते है यदि आपका यह प्रश्न उठता है की अब पढ़कर क्या करेंगे ,आजकल कौन पढ़ता है या अब सिख कर क्या करेंगे तो फिर इसका प्रतिउत्तर यही है की अब अच्छे जूते ओर कपड़े पहन कर भी क्या करोगे ? साथ ही दिमाग अच्छा नहीं है तो अपने बच्चों को क्या अच्छी शिक्षा दोगे , क्या संस्कार दोगे क्या अपनी अगली पीढ़ी में ट्रांसफेर करके जा रहे हो?