दिल्ली मेट्रो में शराब की बोतल ले जाने पर मिली छूट , शराब पीने वाले लोगो के लिए यह खुशी की बात है, काफी लंबे समय से यह सवाल पूछा जा रहा था की दिल्ली मेट्रो में शराब ले जाना कब शुरू होगा, तो लो जी हो ही गया है , हम मान लेते है अधिकांश लोग ऐसी हरकते नहीं करेंगे की मेट्रो परिसर में शराब नहीं पियेंगे लेकिन उन कुछ लोगों का क्या जो कही भी शुरू हो जाते है।
जैसा की हम सभी जानते है मेट्रो ट्रेन में संगीत बजाना दंडनीय अपराध है परंतु फिर भी लोग तेज आवाज में गाना सुनते है, विडिओ देखते है, खान-पीना मना है परंतु फिर भी लोग खाते है, पीते है उनका क्या होगा? उन्हे आप रोक नहीं पा रहे है अब एक ओर नई मुसीबत आप ले आए है,
हो सकता है मेट्रो में आप सुबह , दिन ओर शाम को इन गतिविधियों पर रोक लगा सके परंतु उस समय का क्या जब बहुत काम यात्री होते है, उन जगहों का क्या जहां मेट्रो में कैमरा नहीं पहुच पाता है, क्या झट से पता चलेगा की यह व्यक्ति शराब का सेवन कर रहा है क्या आप तभी प्रकट हो जाएंगे? और इस हरकत को रोक सकेंगे ? कैसी होगी रोकथाम यह कुछ सवाल है, जिनके बारे में दिल्ली मेट्रो व सरकार को सोचना चाहिए आप गंदगी फैलाने की अनुमति दे रहे हो ओर फिर कह रहे हो की गंदगी करोगे तो आप पर कार्यवाही होगी।
आपको यह मेट्रो परिसर में शराब ले जाने की रोक सदा के लिए बरकरार ही रखना चाहिए।
अब एक यात्री अपने साथ शराब की 2 बोतल लेकर मेट्रो में यात्रा कर सकता है, जैसा की बताया जा रहा है मेट्रो में शराब पीकर यात्रा नहीं की जा सकती पिछले कई दिनों में जब मैं मेट्रो सवार होकर अपने घर की ओर जा रहा होता था तो मैंने कई यात्रियों को शराब के नशे में मेट्रो में जाते हुए देखा है क्या अब यह बढ़ नहीं जाएगा?
परंतु इससे मेट्रो को क्या फायदा होगा जानने वाली बात यह है, क्या मेट्रो में लोगो के आने जाने की संख्या में बढ़ोतरी होगी? या मेट्रो को किसी अन्य प्रकार का फायदा होगा यह बात समझ नहीं आई इतनी विडिओ आने के तुरंत बाद ही दिल्ली मेट्रो ने यह फैसला लिया
क्यों? क्या जरूरत थी
बहुत सारे लोगो को देखा गया मेट्रो के भीतर ही गुटका खाते व थूकते हुए जब मेट्रो यात्रा करता हुआ व्यक्ति गुटखा खाकर थूक सकता है तो उसी प्रकार कुछ व्यक्ति शराब की बॉटल को खोलकर पी सकते है , इसलिए इस शराब की बोतल को लाने लेजाने की अनुमति नहीं दी जानी चाहिए।
हमारा समाज इस तरह से नपुंसक हो चुका है की व किसी प्रकार का विरोध नहीं करता इसलिए लोग मनमानी कर रहे है यदि हम आपत्ति या विरोध करे तो बहुत सारी चीज़ें कभी लागू ही ना हो।
मेट्रो में शराब पीने पर जुर्माना तो लगेगा और हो सकता है जेल की सजा भी मिले परंतु यह कानून पास ही क्यों करना क्यो पर्मिशन देनी ही है सोचने ओर समझने वाली बात तो यह है क्या दिल्ली मेट्रो भी शराब का प्रचार करना चाह रही है?
क्या यह नियम दिल्ली में आने जाने के लिए है या फिर दिल्ली-नोएडा-गुरुग्राम के लिए भी?
आज से आप नोएडा में भी एक बोतल सील पैक ले जा सकते है चाहे आप रोड से होकर जाए या फिर मेट्रो से लेकर जाए आप सिर्फ एक बोतल शराब की सील पैक वाली लेकर ही जा सकते है।