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इश्क भर की बातों में

तुम ये जो- इश्क भर की- बातों में

तुम ये जो

मिश्री के जैसे घुल जाओ

कही तुम गुम न हो जाओ

कही तुम न खो जाओ

बस जो तुम हो

वही होने को हो जाओ

खुद को संभालो

बस संभालो

खुद को

खुद को

कही तुम खुद से दूर ना जाओ 

कही तुम गुम ना जाओ

कही तुम ना खो जाओ

इस जिंदगी को संभालो

कही जिंदगी को भी ना खो डालो

खुद से इतना इश्क तुम कर डालो

हर एक गम जिंदगी का तुम भुलादों

तुम ये जो इश्क भर की बातों में

इश्क भर जिंदगी हो जाओ

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सदा आशावान

सदा आशावान रहे हृदय…..
आस्था का साथ सुखमय ।
सब होगा जीवन में सर्वश्रेष्ठ …
हृदय से दे आस्था की भेंट ।

समस्याओं से जूझता आशावान व्यक्ति….
झूझने से बड़ती हे प्रतिरोध की शक्ति ।
कार्य में लक्ष्य के प्रति रहे समर्पित….
चाहे संसाधन वो चाहे हो सीमित।

सदा आशावान रहे हृदय,
आस्था का साथ सुखमय।
जब तोड़े हों अवसरों के संकट,
आस्था दे दे तुम्हें बलिदान।

जीवन के रास्ते चुन रहा है,
चुन रहा है सर्वश्रेष्ठ।
आस्था की प्रेरणा से जीना,
मन को दे तुम्हें उज्ज्वलता की आप।

विपदा के समय उठती है आवाज़,
तोड़ती है अँधियारे की बंधन।
हृदय से दे आस्था की भेंट,
बन जाए जीवन की पहचान।

रोग, दुःख, और असंख्य विपत्ति,
आते हैं सभी के द्वार।
पर जब हृदय में बसे हों आस्था,
हर मुश्किल को तुम हरा दे प्यार।

सदा आशावान रहे हृदय,
आस्था का साथ सुखमय।
सब होगा जीवन में सर्वश्रेष्ठ,
हृदय से दे आस्था की भेंट।

अपनेपन का एहसास

अपनेपन का एहसास
जीने की वजह ख़ास ।
सब अपने हे….
हम सब यही जन्मे हे ।
अपनापन मनुष्य का गुण….

व्यक्ति हो इससे सम्पन्न ।
अपनापन से रोग़ो की चिकित्सा….
अपनापन एक भाव एक तपस्या ।
अपनापन अच्छे विचारो की जननी….
शांति लक्ष्मी शक्ति उसकी संगिनी ।

अपनेपन के भाव में देना प्रमुख….
इसके आदान प्रदान से न हो विमुख ।
अपनेपन में विकास….
जीवन से उत्पन्न नव दिशा की आस ।

अपनेपन का एहसास …
जीने की वजह ख़ास।
सब अपने हैं…
हम सब यही जन्मे हैं।

अपनापन मनुष्य का गुण,
जो हमें मिलता है अलग-अलग रूपों में।
परिवार के संग दिया जाता है जन्म से ही,
प्यार और आदर से भरा जीने का स्वरूप है यही।

अपनेपन ही है वह बंधन,
जो मन को लगाता है जीवन के रंगों से जुड़ा हुआ।
परिवार की मधुरता, दोस्तों की मस्ती,
हर रिश्ते में मिलने वाली खुशियों की वादियाँ यहाँ बसी हुई।

जब हम अपनों के साथ होते हैं,
तब हर सुख-दुख को साझा करते हैं।
मुसीबतों में हमें संभालते हैं वो,
खुशियों में हमें और भी ख़ुश बनाते हैं वो।

जब हम अपनों से दूर रहते हैं,
तब तन्हाईयों के दरिया में बहते हैं।
लेकिन अपनेपन के धागे हमें जोड़ते हैं,
हर दूरी को मिटा देते हैं वो।

अपनेपन का आभास हमें हमेशा याद रखना चाहिए,
क्योंकि यह हमारी पहचान होती है।
हम सब अपने हैं,
यह सदैव समझना चाहिए।

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आनंद कल होगा

आनंद कल होगा एक अनुमान….
कल कभी आता नहीं रहोगे परेशान ।
वर्तमान का आनंद पे अधिकार …..
अभी हे तो सत्य यह भीतर का त्योहार ।

भीतर रहे आनंद से ओतप्रोत….
बाहर तो बदलता रहता स्रोत ।
जीवन का बल स्मृद्धि हे आनंद ….
सब जीवनो को मिले इसकी सुगंध ।

बीते कल के बोझ से छुटकारा,
आनंद कल होगा एक अनुमान।
चिंताओं के झरोखों को बंद करो,
कल कभी आता नहीं रहोगे परेशान।

वर्तमान का आनंद पे अधिकार,
भाग्य की लकीरों को बदल दो।
हर पल को खुशी से भर दो दिल,
आनंद की नई कहानी लिख दो।

चिंताओं के बादलों को हटा दो,
उजाला लाओ अपनी जिंदगी में।
हंसी के संग बिताओ हर पल को,
आनंद की राह पर चलो निशानी में।

कल की सोचों को छोड़ दो दरिया,
वर्तमान के तरंगों में बहो।
हर दिन लो आनंद का वादा,
यही तुम्हारा अधिकार।

कब होगा आनंद कब नहीं यह सोचकर क्यू परेशान होते हो, आनंद आज अभी है यही बस यही सोच कर आनंदित रहो यह है तुम्हारा अधिकार, छोड़ो कल की चिंता कल की बात है पुरानी जी लो इस पल को यही लिखेंगे हम नई कहानी, अपनी चिंता के बादलों को हटा लो ओर उम्मीद की किरण से अपने मन मस्तिष्क को भर लो वर्तमान में जिओ, ओर भविष्य से छींट मुक्त रहो।

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हम संभलेंगे भी

हम गिरे है तो संभलेंगे भी
हार गए है इसका मतलब
ये नही की हम जीतेंगे नही
जीतकर हम एक दिन दिखाएंगे,

टूटे हुए सपनो को फिर से जोड़ कर
एक नया सपना हम बनाएंगे
आंखों में लाखो दृश्य उन दृश्यों से
ही एक खूबसूरत मूरत बनाएंगे

अपने आज को नही बिखरता छोड़ेंगे
इसको सीमेट कर हम अपना कल बनाएंगे
हम गिरे है तो संभल कर भी हम ही दिखाएंगे

यू ही नहीं हम बीच रास्ते में रुक जाएंगे, मंजिल को पाकर ही दम लेंगे, राह हम भी अपनी आसान बनाएंगे, मुश्किलों को पीछे छोड़ आगे बढ़ते जाएंगे, चाहे गई जाए कितनी ही बार हम भी संभल उठ खड़े हो जाएंगे, हम संभलेंगे भी ओर मंजिल को पाएंगे।

कुछ बाते करे

आओ जिंदगी से मिल कुछ पल हम बाते करे
      और 
पूछे दिल का हाल कैसा है ऐ जिंदगी तेरा,
कुछ सुनादे तू भी अपने बारे में आज हमको भी,
हम भी सुनादे कुछ हाल दिल का अपना तुझे ए जिंदगी 
हम बेखबर है, बैठे यहाँ बिना तेरे हम भटकते है 
ना जाने कहा- कहाँ
आओ कुछ पल बिताये हम जिंदगी के साथ
यहाँ ना जाओ कही बैठ जाओ बस यही
क्यों जिंदगी आज बात करना चाहती है तुमसे यहाँ

कुछ हाल तुम बताओ 
कुछ हाल हम बताये 
चले साथ हम और 
सफर बीत जाए और 
जो बीत गए है पल उसे 
आज फिर हम दोहराए 

थोड़ी खट्टी और 
थोड़ी मीठी कुछ बाते करे,  
गीले शिकवे जो रह गए 
उन्हें हम आज मिटाए 
कुछ हाल तुम बताओ 
कुछ हाल हम बिताए 


Rohit shabd

दुनिया एक किताब

दुनिया एक किताब ….
दिलचस्प उसका हिसाब ।
मुश्किल दुनिया का हिसाब….
जो भी समझ आये करते जाये जनाब ।

इस किताब के अनेक अध्याय….
समझ के कदम दर कदम चलते जाये ।
इसके अध्याय हमे बांचते शिक्षा…
होती तय समय पे निरंतर परीक्षा ।

परीक्षा में सदा बनाये रखे समता…..
ख़ुशियों का संवर्धन बढ़े क्षमता ।
दुनिया एक किताब…..
इसका रखिए सही हिसाब ।

दुनिया एक किताब है हकीकत का,
हर पन्ना छिपा है रहस्य से भरा।
जीवन की कहानियाँ इसमें बसी हैं,
हर अक्षर एक अनमोल उपहार से भरा।

मुश्किल दुनिया का हिसाब नहीं आसान,
हर कठिनाई देती है सबका सामर्थ्य परीक्षण।
पर जो भी समझ आये, वही आगे बढ़ता है,
जनहित का मार्ग धुंधला नहीं होता संघर्ष से भरा।

हर चरित्र, हर विचार इसमें लिपटे हैं,
सबका अपना अद्भुत प्रकट हिस्सा है।
समय की लहरों में यहाँ उभरते हैं कविताएं,
जो जीवन को स्पर्श करती हैं सुंदरता से भरा।

इस किताब के पन्नों पर जगत की छवि दिखती है,
जीवन की अद्भुत कहानियाँ इसे रंगी हैं।
हर प्रश्न का उत्तर यहाँ छिपा है,
समझने की इच्छा से जीवन में उड़ान भरा।

अपनी आंखों से इसे पढ़ो जनाब,
जीवन की सच्चाई यहाँ लिपटी है।
ज्ञान की अमर पुस्तक यही है,
जो सबको प्रेरित करती है, विचारों से भरा।

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खर्च किया धन

ज्ञान प्राप्ति में खर्च किया धन ….
मन में भरे सुखद अहसास करे प्रसन्न ।
धन से हमारी कैसी अभिलाषा….
स्वास्थ्य प्रसन्नता की आशा ।

धन एक शक्ति लेकिन अपूर्ण….
बहुत कुछ कर सकती पूर्ण ।
अच्छे विचारो संग धन संपन्नता….
सब फूल खिलते सब ओर प्रसन्नता ।

ज्ञान के लिए खर्च किया धन,
अधिकार से नहीं, सम्पत्ति से कम।
मन में भरे सुखद अहसास,
ज्ञान की अमृत धारा के द्वारा प्रसन्न।

धन से यदि हो अभिलाषा,
तो ज्ञान में विचरण करें सदा।
विद्या के मार्ग पर चलें,
ज्ञान का लाभ सबको मिले, निश्चय।

धन की प्राप्ति सिर्फ एक अंश है,
ज्ञान का आदान अनंत धाम है।
ज्ञान के रंग में रंग जाएं,
ज्ञान की आग में जल जाएं, निरन्तर।

धन से ज्ञान की प्राप्ति करें,
अभिलाषा ऐसी हो उच्च।
ज्ञान की अनंत खोज करें,
ज्ञान से अपनी आत्मा जोड़ें, निश्चय।

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माँ प्रकृति

एक लंबी साँस लीजिए यह माँ प्रकृति रखती सबका ध्यान……
हम सब प्रकृति माँ के अंश इसी से हे जन्मे यही निकलेंगे प्राण ।
साँसे मिली हे गिनतियों की लंबी लंबी लेंगे तो जियेंगे भी लंबी आयु …..
जहाँ रहे रखे सफ़ाई स्वच्छता रहे ,आयु रहेगी जब शुद्ध होगी वायु ।

सांस एक विज्ञान अपनी सांसो को पहचाने…
सारा जगत भी लेता साँस जीवित उसे जाने ।
माँ प्रकृति सबका समान रूप से रखती ध्यान..
हर दृश्य में उसका खेल हरेक दृश्य का उसे संज्ञान

सांस एक विज्ञान, अपनी सांसों को पहचाने,
जीवन की गहराईयों में उसकी महत्वपूर्ण उपस्थिति जाने।
सारा जगत भी लेता सांस, जीवित उसे जाने,
इस निर्जीव विज्ञान के बिना, जीवन नहीं बन सकता थामे।

माँ प्रकृति सबका समान रूप से रखती ध्यान,
वायुमंडल में सांसों की महत्वपूर्ण गति पहचान।
हर उस संवेदनशील जीव को ऊर्जा की आवश्यकता होती है,
माँ प्रकृति संभालती है, सांसों की खुदाई करती है।

सांसों का जीवन के साथ गहरा संबंध है,
हर इंसान के लिए यह अपार महत्व रखता है।
प्राणी जीवन की शुरुआत सांसों से होती है,
उसकी गति का आदान-प्रदान सांसों में होता है।

सांसों की महक प्रकृति का चमत्कार है,
वातावरण को धरती के आदर्शों से सजाती है।
जीवन की प्रवाह को संतुलित रखने का काम,
धरती माता का है, सांसों की वर्तमान का साथी काम।

सांस एक विज्ञान, जीवन की संवेदनशील धारा,
हमें यह याद रखना चाहिए, हर पल, हर बारा।
चाहे जीने के लिए या मुक्ति की आशा के लिए,
सांसों के महत्व को हमेशा समझना चाहिए।

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सब समान

समय के लिए सब समान बुरा समय या हो अच्छा समय…..
कोशिश हो कि न विचलित हो सदा संतुष्टि से समय का हो व्यय ।
समय ज्ञाता लिए है प्रश्न और उत्तर पुस्तिका…..
प्रश्नों का कैसे देना उत्तर यह सबका अपना अपना तरीक़ा ।

वर्तमान बीता जाये कल कल ध्वनि सी बहती सरिता …..
कर्मों की भी होती चीख पुकार चुप्पी शांति भ्रम और ममता ।
वर्तमान से होता निर्धारित कैसा होगा भविष्य…..
हम स्वय रचियता , पहचाने स्वय का वास्तव ध्येय ।
समय में संतुष्टि माया और यथार्थ …
करे न्याय समय से बने सच्चे पार्थ ।

समय का चक्र चलता रहता है,
जीवन के हर लम्हे में बदलता रहता है।
कभी बुरा समय आता है हमारे पास,
कभी अच्छा समय देता है खुशियों का आगाज।

पर सबसे महत्वपूर्ण है समय संतुष्टि का,
न विचलित होने की हो चेष्टा सदा।
समय का व्यय करें आनंद से और संयम से,
जीवन के सभी क्षणों को महत्वपूर्ण बनाएं सदा।

समय ज्ञाता है हमारे प्रश्न और उत्तर को,
हमेशा हमारे साथ रहता है यह पुस्तिका।
जीवन के पाठ पढ़े हमें समय के साथ,
ज्ञान और अनुभव से बनाएं हमें सबका।

समय का सम्बंध है जीवन के हर अंग से,
इसे समझें और महत्वपूर्णता दें हमेशा।
समय को सदा सम्मान दें और सदा सदा,
जीवन के हर पल में खुशहाली का बनाएं वातावरण।
समय के लिए सब समान बुरा समय या हो अच्छा समय…..
कोशिश हो कि न विचलित हो सदा संतुष्टि से समय का हो व्यय ।

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