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लोग बदल जाते है

लोग बदल जाते हैं, अपनी ही बातों पर,
वो लोग तिक नहीं पाते हैं, खो जाते हैं अपार।

हो सकता है कोई उनकी मजबूरी हो,
जो बदल जाते हैं, उनकी आँखों में नूरी हो।

ज़िन्दगी की लड़ाई में, कई बार होती हैं ज़बानें जुबानी,
मजबूरी बदल देती हैं, रखती हैं लोगों की जुबानी।

कभी कभी दिल के धड़कनों की गहराई,
कुछ बातें समझाती हैं, बदल जाती हैं शक्ल और रंगों की सख़ाई।

मजबूरी एक ऐसी चिंता की बात होती है,
जो बदल देती हैं इंसान की ज़िन्दगी की रात होती है।

कभी कभी बदल जाते हैं इंसान के रूप,
जैसे वायु में बदलते हैं बादल, सिर्फ़ मौसम के सूखे बारिश के सूप।

मजबूरी जीवन का एक हिस्सा है,
पर इसे बहाना न बनाएं, राह बदलें, नया दरिया तराशें, नया अस्तित्व बनाएं।

क्या मजबूरी एक बहाना है या हकीकत,
इस पर चिंतन करें, ज़रा सोचें, विचार करें, और खुद को पता करें।

ज़िन्दगी द्वारा सबका चयन होता है,
बदलना ज़रूरी होता है, आपाधापी में भी आपने को छोड़ना होता है।

लोग बदल जाते हैं, अपनी ही बातों पर,
पर खुद को न खोएं, अपनी अद्वितीयता को बरकरार रखें इस बात पर।

लोग बदल जाते है अपनी ही बातों पर वो लोग तिक नहीं पाते है, हो सकता है कोई उनकी मजबूरी हो लेकिन क्या मजबूरी इतनी बड़ी जो अपनी ही बातों पर अडिग नहीं रह पाते वो , मजबूरी नहीं सामने खड़ी हो पाएगी, जब तुम करके रखो सारी तैयारी लोग बदल जाते है…..
सही बात पे नही अमल कर पाते ।
उनकी भी होगी कोई मजबूरी….
व्यक्ति को मजबूरी से ऊपर उठना ज़रूरी ।

मजबूरी तुम पे न हो भारी…..
जब कि होगी सही से तेयारी ।
नही लग जाएगी मजबूरी की बीमारी….
ओर तुम पे लगाम डाल के करेगी सवारी ॥

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जीवन एक प्रेम कथा

जीवन एक प्रेम की कथा ….
हर हृदय को जीना ये प्रथा ।
जीवन दुःख का सागर ….
हंसके पार करना ,
नही करना अगर मगर ॥
जीवन तुम्हारा बनाया खेल….
या तो चला मस्ती से या फिर धकेल ।
जीवन में जब मिले प्रेम …
खिले जीवन नित नेम ॥

जीवन एक रंगमंच

जीवन एक रंगमंच जीवन एक एक मौका है

जीवन रंगमंच….
जीवन मौक़ा…
जीवन सकारण…
जीवन उधारण….
जीवन ऊर्जा …..
जीवन भिन्नता…..
जीवन ममता …
जीवन प्रेम …..
जीवन दया….
जीवन माया ….
जीवन छाया….
जीवन संयोग…
जीवन प्रयोग …
जीवन समता….,
जीवन रमता…..
जीवन क्षमता….
जीवन दक्षता….
जीवन संचय….
जीवन परिचय…..
जीवन दिव्य….
जीवन संगीत …
जीवन रीत…
जीवन नृत्य…
सब जीवन हो सुखमय…
सब जीवन पनपे निर्भय ।
सब जीवन हो सुरम्य….
जीवन की हो सही लय ।

अधिक से अधिक जीवन जब होंगे
जब सुखमय….
कारण सम्पूर्ण देश भी होगा ख़ुशमय ॥

अपनी शक्ति

अपनी शक्तियो को पहचानो , जिस प्रकार समुद्र कितना की बड़ा हो लेकिन एक गुब्बारे जो भर हुआ अपनी हवा रूपी शक्ति से उसको यह समुद्र अपने भीतर नहीं खिच सकता, तुम्हें अपनी शक्तियों को पहचानना होगा कोई भी स्थिति हो तुम्हें प्रश्नचित रहना होगा , कोई भी कार्य हो छोटा या बड़ा अपने कार्य में निपुण तुम्हें बनना होगा , ये जीवन का अर्थ रसीला है इसी प्रकार के जाग्रत गुणों से तुम्हें खुद को भरना होगा, आज का विचार “अपनी शक्ति”

बड़े हुए जेसे समुंद्
लेकिन एक निरीह
ग़ुब्बारे को वो नही
सकता डूबा….
तो पहचानना अपनी
शक्ति हर स्थिति में
रहना प्रसन्न नही कोई
तेरी तरह कोई दूजा ॥

क़ार्य नही कोई छोटा या बड़ा ,
बने अपने क़ार्य में पूर्ण निपुण…
यही जीवन अर्थपूर्ण रसीला,
जिसमें जाग्रत हो ऐसे गुण ॥

जीवन में संतुलन

जीवन में संतुलन होना ही उसका बाल है, हिम्मत है इस जीवन के आवश्यक घटक भी यही संतुलन है इस संतुलन को नया बिगाड़िए खुद को संभालिए इस जीवन रूपी राह में अड़ग होकर खड़े हो जाइए

जीवन में संतुलन,
ही उसका बल ……
क्या जीवन के
आवश्यक ओर क्या
अनावश्यक का पटल ॥

संतुलन में स्थिरता ओर विकास….
सुखद जीवन जीने का प्रयास ।
चल रहा आवश्यक अनावश्यक खेल…..
चुनाव सही तो तभी चलेगी जीवन की रेल ।

प्रकृति का स्वरूप

विश्व बहुत सुंदर और अनुपम इस विश्व का रूप है, देखिए कितना मनमोहक इस प्रकृति का स्वरूप है, विश्व बहुत सुंदर,
अनुपम उसका रूप ।
देखिए कितना मोहक
इस प्रकृति का स्वरूप ॥

मनुष्य काहे बन बेठा प्रकृति का बैरी….
जिसे होना चाहिए था इसका प्रहरी ।
लोभ के बवंडरो ने मनुष्य को घेरा ….
विनाशकारी युद्धों ने डाला मनुष्यता पे डेरा ॥

अहंकार ओर लालच….
झूठ कपट का ओढ़े कवच ।
करता सब पाप दुष्कर्म…..
अब निकट आ रहा उसका चरम ॥

जीवन पथ

जीवन पथ में काँटे बिछे हे लाखों हज़ार….
आत्मविश्वास से आँखे खोल के रहना तैयार ।
इस जीवन पथ पर सभी चलते …..
व्यक्तित्व हो ऐसा नए पथ चले गढ़ते


आत्मविश्वास एक मशाल….
जो अंधेरे जीवन का काल ।
आत्मविश्वास संग सत्य का तड़का….
निर्माण पथो का , चाहे तगड़ा आए झटका ॥

आत्मविश्वास एक शक्ति एक ऊर्जा , इस ऊर्जा के उत्सर्जन के लिए एक लक्ष्य निर्धारित हो वो वहाँ नया निर्माण सम्भव कर देगी ओर दूसरो के लिए भी मील का पत्थर बनेगी , आत्मविश्वास संग सत्य को लेकर चलेंगे साथ
तो जीवन की कई अंधेरी गुफाओं से सुगमता से नए पथो का निर्माण कर पाएँगे ओर अपने जीवन को नई दिशा ओर गति में सहायक होंगे ।

कहने को बहुत कुछ लेकिन कम कहा जाए अधिक उसकी गूंज हो तों बहुत शुभ ।
सब की जय हो विजय हो इस बात में नही कोई संशय हो ।

हँसना मुस्कुराना

किसी दिन नही हंसे मुस्कुराए वो दिन ख़राब बेकार…..
हँसना मुस्कुराना मनुष्य का गहना , जीवन का उपचार ।
खुद हंसे ओर दूसरो में बाँटिए हँसी प्रसन्नता…
हँसी ख़ुशी से एक खुशहाल जीवन पनपता ॥

आप प्रतिदिन हंसे कहते हे “laughter is a medicine “तो सदा नया अच्छी दिशा का
सोचे जीये ओर जेसे ख़रबूज़ा ख़रबूज़े को देख के रंग बदलता हे तो आपके सुंदर स्वस्थ जीवन से किसी का जीवन भी सुधर सकता हे खुशहाल हों सकता हे तो आप हँसते रहे मुस्कुराते रहे सदा प्रसन्नचित खुश रहे आपके स्वभाव में ख़ुशियों के रंग बिखरे हुए दिखेंगे जो बहुत शुभ हे ।
अपना कर्तव्य हँसते मुस्कुराते करते रहे ओर हर समय को गरिमामय बना दे ।
पढ़ के इसको हँसना मुस्कुराना
चाहे रहो इंडिया में रहो तुम चाइना ।

असंभव को संभव

असंभव को संभव करना ही बहुत अच्छा लगता है ओर यह बात बिल्कुल खरी है की जब प्रयत्न किया जाए तो हर असंभव चीज संभव परिणामों से के साथ या जाती है इसलिए लगातार प्रयतन करना चाहिए ,

जिंदगी इसी को कहते है हमेशा लगता हे असम्भव,
जब तक कार्य हो नही जाता सम्पन्न ….
असम्भव बदल जाता हो जाता सम्भव,
जब कार्य को लेते जेसे बीता बचपन ॥

क़ार्य को माने बच्चा ,
ओर उसके साथ खेले ।
खेल खेल में कार्य को
सही दिशा में धकेले ॥

हम जब तक किसी भी कार्य की शुरुआत नहीं करते हमे उसके बारे में पता ही नहीं लगता, और वो कार्य कठिन भी बहुत है लगता है, इसलिए किसी भी को कठिन ना समझे बस शुरुआत करके के देखे जब तक शुरुआत नहीं होगी कोई परिणाम नहीं निकलेगा ओर वह कार्य भी असम्भव ही लगेगा , यदि कार्य को करने से पहले ही हार मान लोगे, तो सफलता कैसे मिलेगी इसलिए कोई भी कार्य असम्भव नहीं है बस उसकी शुरुआत जरूरी है। तभी असंभव को संभव किया जा सकता है।

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कुछ बेहतर

कुछ बेहतर जो होता हे सिर्फ़ ऑर सिर्फ़ वो एक खूबी वो सदा ही अच्छा….
न जाइए वहाँ जहां आपको किया जाता सहन स्वयं की दो ऐसी शिक्षा…
जाइए वहाँ जहाँ आपका जाना ही उत्सव….
मेला उत्साह उल्लास का हो जाए सब सम्भव।