इश्क हुआ था

इश्क हुआ था अब ये बात बताऊ कैसे

इस दर्द को छिपाऊ कैसे

क्या खूब लिख बैठे हो जिंदगी को अब यह बात बताऊ कैसे ? गम ए जिंदगी का हाल अब सुनाऊ कैसे

इश्क हुआ था जनाब, इश्क हुआ था

उसका दर्द कितना है, यह समझाऊ कैसे? दिखाऊ कैसे ?

बड़े अफ़साने हुये, बड़े फ़साने हुए

जिंदगी की जिंदगी से मुलाकात हुई,

जाम से जाम टकरा अब वो पैमाने हुए।

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