यह शब्द

इन शब्दों का अंदाज अलग है
क्योंकि
शब्दों में भेद की बहुत अलग अलग है
पता नहीं
यह शब्द कभी समझ नहीं आते
मनो
यह शब्द कही है भाग जाते
पकड़
कैसे पाउ मैं इन शब्दों को
न जाने
कैसे अदृश्य हो जाते है ये तो?

Leave A Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *